२-३ दिन पहले मेरे स्कूल मैं "स्वच्छ भारत अभियान" था| मुझे बहुत ख़ुशी महसूस हो रही थी जब मैं सड़क साफ़ कर रही थी| अपने देश को खुद साफ़ करने की ख़ुशी कुछ अलग ही होती है| पर कुछ लोग ऐसे होते हैं जिन्हें अपने देश को साफ़ रखने से तो जैसे कोई बिमारी हो| ऐसे लोग कूड़ेदान के होते हुए भी कूड़ा सड़क पर फेकते हैं, और थूकदान के होते हुए भी सड़क पर थूकते हैं| ऐसा ही कुछ उस दिन सफाई करते हुए मैनें देखा| जब मैं सड़क साफ़ कर रही थी तो मैनें एक औरत देखी जो अपने कार में बैठ कर नारियल पी रही थी और नारियल पीकर उसने नारियल को वहीँ सड़क पर फेक दिया| ऐसे ही लोगों के वजह से हमारा देश इतना गन्दा है| एक दिन सड़क पर निकलकर सफाई करने से कुछ नहीं होगा| जब तक हम सब लोग, चाहे वो कोई अमीर हो या गरीब हो, सब मिलकर अपने आप से ये वादा नहीं कर लेते की हमें अपना देश साफ़ रखना है, तब तक हमारा देश कभी साफ़ नहीं हो सकेगा| हमलोग कभी भी जब वचन लेते हैं कि हम अपना देश ...